Vasubaras 2024: जानिए कैसे करें वसुबारस पर गाय की पूजा
हिंदू धर्म में वसुबारस का बहुत महत्व है। यह त्योहार दिवाली से दो दिन पहले मनाया जाता है। इस दिन गाय और बछड़ों की पूजा की जाती है। वसुबारस को गोवत्स द्वादशी के नाम से भी जाना जाता है।
इस साल वसुबारस 28 अक्टूबर, 2024 को पड़ रहा है। आइए जानते हैं वसुबारस की पूजा विधि और महत्व:
- वसुबारस की पूजा विधि:
- सुबह स्नान करके वसुबारस का व्रत लें।
- गाय और उसके बछड़े को नहलाकर उनके सींगों को सजाएं।
- उन्हें हल्दी, कुमकुम और फूल अर्पित करें।
- गाय को हरी घास, रोटी और गुड़ खिलाएं।
- गाय के पैरों को छुएं और उनका आशीर्वाद लें।
- वसुबारस की कथा पढ़ें या सुनें।
- गाय को दान दें।
वसुबारस का महत्व:
- वसुबारस के दिन गाय की पूजा करने से पापों का नाश होता है।
- गाय को मां लक्ष्मी का रूप माना जाता है। इसलिए वसुबारस पर गाय की पूजा करने से धन और समृद्धि प्राप्त होती है।
- गाय के दूध से बने घी और पंचगव्य कई रोगों को ठीक करने में सहायक होते हैं।
- गाय की पूजा करने से गृह क्लेश दूर होते हैं और परिवार में सुख-शांति आती है।
- यह त्योहार पशु प्रेम को बढ़ावा देता है और हमें जीवों की रक्षा करने की शिक्षा देता है।
इस वसुबारस पर आइए गायों को सम्मान दें और उनकी पूजा करें। इससे हमें पुण्य प्राप्त होगा और हमारा जीवन सुख-समृद्धि से भरा रहेगा।