विप्रो भारत की अग्रणी आईटी कंपनियों में से एक है। कंपनी देश के टॉप सॉफ्टवेयर एक्सपोर्टर्स में भी शुमार है। विप्रो के शेयर भारतीय स्टॉक एक्सचेंजों के साथ-साथ अमेरिकी स्टॉक एक्सचेंजों पर भी ट्रेड किए जाते हैं। अमेरिकी स्टॉक एक्सचेंजों पर विप्रो के शेयरों को ADR या अमेरिकन डिपॉजिटरी रिसीट के रूप में ट्रेड किया जाता है।
ADR निवेशकों को विदेशी कंपनियों के शेयरों में निवेश करने की अनुमति देता है। ADR अनिवार्य रूप से विदेशी कंपनी के शेयरों को अमेरिकी डॉलर में denominated करने का एक तरीका है। विप्रो ADR निवेशकों को अमेरिकी डॉलर में विप्रो के शेयरों में निवेश करने की अनुमति देता है, जिससे उन्हें मुद्रा रूपांतरण जोखिम से बचने में मदद मिलती है।
क्या आपको विप्रो ADR में निवेश करना चाहिए?
यह कि आप विप्रो ADR में निवेश करने का निर्णय लेते हैं या नहीं, यह आपकी व्यक्तिगत परिस्थितियों और वित्तीय लक्ष्यों पर निर्भर करता है। यदि आप विदेशी कंपनियों में निवेश करने और मुद्रा रूपांतरण जोखिम को कम करने में रुचि रखते हैं, तो विप्रो ADR आपके लिए एक अच्छा विकल्प हो सकता है। हालाँकि, आपको उच्च शुल्क और सीमित लाभांश जैसे संभावित नुकसानों से अवगत होना चाहिए।
अस्वीकरण: यह लेख केवल सूचनात्मक उद्देश्यों के लिए है और इसे निवेश सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। किसी भी निवेश निर्णय लेने से पहले वित्तीय सलाहकार से परामर्श करना हमेशा उचित होता है।